"कभी किसी की मुस्कान बन जाइए, बिना शोर मचाए।"
हमारे आस-पास ऐसे बहुत से लोग हैं जो दो वक़्त की रोटी, एक साफ कपड़ा, या थोड़ी सी दवा के लिए तरसते हैं। कोई माँ अपने बच्चों को भूखा सुलाती है, कोई बुज़ुर्ग सर्द रातों में बिना कंबल के सोता है। ये सच्चाई है—हमारी आंखों के सामने, लेकिन अक्सर अनदेखी।
मैंने कोई बड़ा NGO नहीं शुरू किया है, न ही कोई फंडरेज़र कैम्पेन चलाया है। मैं बस एक आम इंसान हूँ—आप जैसा। लेकिन इतना ज़रूर सोच लिया है कि जितना हो सके, उतनी मदद करूँ। खाना, पानी, कपड़े, दवाई... कुछ भी जो किसी की ज़रूरत हो।
❓आप क्या कर सकते हैं?
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अगर आप सीधे किसी ज़रूरतमंद की मदद कर सकते हैं—तो ज़रूर कीजिए।
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उनके पास जाइए, उनसे बात कीजिए, कुछ देकर आइए। शायद उन्हें आपकी मुस्कान की भी ज़रूरत हो।
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अगर आपके पास समय नहीं है, लेकिन आप मेरे इस छोटे से मिशन पर भरोसा करते हैं—तो आप मेरे ब्लॉग के ज़रिए सहयोग कर सकते हैं।
💬 "ये ज़रूरी नहीं कि हर कोई मसीहा बने, पर हर कोई किसी का फरिश्ता बन सकता है।"
मैं समय-समय पर यहां अपडेट करता रहूँगा कि कहां क्या दिया गया, कितनों की मदद की गई और कैसे किया गया। पारदर्शिता और भरोसा—मेरे इस काम की रीढ़ है।
💖 ध्यान रहे:
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ये कोई मजबूरी नहीं है।
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ये आपकी इच्छा है।
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मदद जब दिल से हो, तभी उसका असर होता है।
आपका एक छोटा कदम, किसी की पूरी दुनिया बदल सकता है।
🙏🏼
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